Hazrat Malik Bin Dinar Aur Ek Mulhid
Hazrat Malik Bin Dinar
Mulhid Se Taqrar
Mulhid debate
हज़रत मालिक बिन दीनार के बारे मे एक मशहूर वाक़्या है कि किसी मुलहिद से आपका मुनाजरा हो गया आप भी अपने मौकूफ को हक सच से ताबीर करते रहे और मुलहिद भी अपने मौकूफ को दुरुस्त साबित करने पर तुला रहा ये सुरते हाल देख कर लोगों ने फैसला किया कि आपके और उस मुलहिद के हाथो को आग मे डाला जाये लेहाजा जिसके हाथ आग से मेहफूज रहेंगे उसको हक सच पर तसव्वर किया जायेगा...
चुनानचे ऐसा ही किया गया मगर हैरत की बात ये थी कि दोनों मेसे किसी के हाथ को कोई भी नुकसान ना पंहुचा उसपर तै ये पाया कि मुलहिद और मालिक इब्ने दीनार दोनों ही हक सच पर हैँ मगर आप इस सुरते हाल से बहुत अफसुर्दा हुऐ और अल्लाह ताला से अर्ज करने लगे कि अये बारी ताला मैंने सत्तर साल पूरे तेरी इबादत वा रियाजत मे गुजार दिये मगर तूने मुझे एक मुलहिद के बराबर करार दिया उसपर गैब से आवाज आई कि अये मालिक तुम्हारे हाथ की वजा से एक मुलहिद का हाथ जलने से बच गया है किया तुम्हे इसकी ख़ुशी नहीं है अगर वोह तन्हा अपना हाथ आग मे डाल देता तो यक़ीनन वोह जल जाता
Sufi muslim
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Thanks for reading: हज़रत मालिक बिन दीनार और एक मुलहिद Hazrat Malik Bin Dinar Aur Ek Mulhid, Sorry, my Hindi is bad:)