हज़रत बा यजिद बस्तामी की करामत औलिया अल्लाह की करामत islamic story in hindi
Islamic story in hindi
हजरत अबु तूराब बक्शी का एक इरादतमंद अपनी रियाजत के एतबार से बहुत बुलंद था और आप उससे ये फरमाया करते कि हजरत बा यजीद बस्तामी की सोहबत तेरे लिये ज्यादा सूदमंद होगी लेकिन वोह अर्ज करता कि मैं तो बा यजीद के खुदा को दिन में 100 मर्तबा देखता हूं उनसे मुझे भला क्या फायदा हासिल हो सकता है हजरत अबुतुराब ने फरमाया कि अभी तक तूने अपने पैमाने के मुताबिक खुदा का दीदार किया है लेकिन उनकी तवज्जा के बाद ऐसा दीदार होगा जिस तरह दीदार का हक है
Islamic story in hindi
कियोकि अल्लाह ताला का मुख्तलिफ तरीकों से मुशाहदा किया जा सकता है इसी लिये अल्लाह ताला मेहसर मे एक खास तजल्ली तो हज़रत सिद्दीके अकबर पर डालेगा और एक तजल्ली पूरी मखलूक पर ये सुनने के बाद उस मुरीद के कलब मे हजरत बा यजीद का इस्तियाके दीदार पैदा हुआ और अपने मुर्शिद के हमराह जिस वक्त आपके मकान पर पहुंचा तो आप कहीं से पानी भरने गये हुये थे और जब येह दोनों उनकी तलाश में चले तो देखा आप एक हाथ में गढ़ा और एक हाथ में पोशीसन लटकाये चले आ रहे है
Islamic story in hindi
लेकिन उस मुरीद पर आपकी ऐसी हैबत तारी हुई कि बेकाबू होकर जमीन पर गिर पड़ा और वही दम निकल गया और जब हज़रत अबुतुराब ने कहा कि आपने एक ही नजर में काम खत्म कर दिया आपने फ़रमाया कि उसके अंदर कशफ का एक खास मुकाम बाकी रह गया है जो उस वक्त उसको हासिल हुआ लेकिन वोह बर्दाश्त ना करते हुए जान बा हक हो गया जिस तरह मिश्र की औरतें हुसने युसूफ का ताब ना लाकर अपनी उंगलियां तराश बैठी थी
Islamic story in hindi
Islamic story in hindi
Rate This Article
Thanks for reading: हज़रत बा यजिद बस्तामी की करामत औलिया अल्लाह islamic story in hindi, Sorry, my Hindi is bad:)