Durood e taskheer
पुरे चाँद का तसव्वार करके कामिल तन्हाई मे गियारह सो 1100 बार रोजाना Durood e taskheer 21रोज तक मुसलसल पढ़ने वाले को तसखीर की अजीम बहुत बड़ी ताकत हासिल होती है 21रोज पुरे परहेज के साथ Durood e taskheer पढ़ें, उसी तसव्वार यानि पुरे चाँद का तसव्वार से 700बार रोजाना बतौरे विर्द Durood e taskheer पढ़ा करें,
Durood e taskheer
मेहबूब खास वा आम हो जायेंगे आम वा खास तुम्हारे हुक्म की तामील फखर समझेंगे- दीन वा दुनिया की मुश्किलात से बचे रहेंगे दुआयें मकबूल कबूल होने लगेंगी याद रखिये जहन मे सिवाये खैर अच्छे के और कुछ ना रहे,
वर्ना लेने के देने पड़ जायेंगे कियोकि ये नूरानी अमल है Durood e taskheer से सिर्फ अच्छे काम लें बुरे कामों मे गलती से भी हाथ ना डालना वर्ना इसका रुज्जत दूर करने वला कोई ना होगाDurood e taskheer बहुत जबरदात अमल है आमिल नहीं वली बनो,
Durood e taskheer
Durood e taskheer
Durood sharif
Durood e taskheer ka amal
Durood e taskheer
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Thanks for reading: दुरूद ऐ तसखीर का अमल तसखीर खास वा आम Durood e taskheer, Sorry, my Hindi is bad:)