राजाओं ने गाजी सरकार का सुवागत किया
Hindi storiesराजा महिपाल की शिकस्त के बाद हर राजा खौफ जदा था इसलिये हर वाली रियासत को खतरा लाहक था मेरठ का राजा हरदत दौड़ राजपूत को और आस पास के राजाओं को पहले ही से खबर मिल गई थी कि सय्यद सालार मसूद गाज़ी रजि अल्लाह अन्ह जबरदस्त फ़ौज के साथ आ रहे हैँ और कोई भी उनके मुकाबले को नहीं ठहर पाता है लेहाजा आकबत अनदेसी के तौर पर सबने एक क़ासिद को बहुत कुछ तहाइफ देकर आपकी खिदमत मे भेजा और कहला दिया कि ये मुल्क आप ही का है हम सब आपके ताबेदार और इताअत गुजार हैँ हजरत मसूद गाजी रजि अल्लाह अन्ह राजगान मेरठ वगैरह के इस रावय्या से बहुत खुश हुऐ और उनका इलाका उन्ही को सौंप दिया,
फिर वहां से कन्नौज की तरफ रवाना हुऐ जब हजरत सुल्तान महमूद गजनवी अलैहिर्रंह्मा ने 409 हिजरी, 1018 ईस्वी मे कन्नौज पर हमला करके वाली कन्नौज राय अजय पाल को शिकस्त देकर जिला वतन कर दिया तो उस वक्त हजरत सालार साहू अलैहिर्रंह्मा ने सुल्तान से उसकी सिपारिश की थी और खता बखसी करा के राय अजय पाल को दुबारह कन्नौज मे आबाद किया था इसी एहसान के सबब से राय अजय पाल ने हजरत सालार मसूद गाजी की आमद की खबर पाकर अपना एलची तोहफा तहाइफ देकर आपके पास भेजा आपने राज कुमार की बड़ी खातिर वा मदारात की और दावत भी कबूल फरमाइ और उसे खलअत वा इनाम से नवाज कर रुख़सत करते हुऐ कहा कि कस्तियों का इन्तेजाम रखा जाये हम दरिया पार करके शिकार खेलेंगे चुनानचे डेढ़ हजार कस्तियों का इन्तेजाम किया गया और आपको इत्तेला दी आपने फौरन दरिया पार करने का हुकुम दिया और आखिर मे खुद भी उस पार उतरे उधर राय अजय पाल घोड़ा लिये खुद इस्तक़बाल के लिये मौजूद था करीब पहुंच कर हज़रत सालार मसूद गाजी रजि अल्लाह अन्ह राय अजय पाल से गले मिले और पास बिठा कर तसल्ली वा तशफी फरमाइ फिर खलअत खास और दस इराकी घोड़े इनाम मे देकर रुख़सत करते हुऐ फ़रमाया कि अमन कायम रखे अजय पाल खुश खुश वापिस हुआ और आपके रफ्क़ा के लिये ग़ल्ला फ्राहम करने और दूसरे खिदमत मे लग गया,
जिला बारह बंकी के एक क़स्बा सतरिख को हिन्दू धर्म मे काफ़ी अहमियत हासिल है कहते हैँ कि राजा दशरत के दोनों लड़के राम चंद्र और लछमन ने यही पार तालीम हासिल की है उस ज़माने से सतरिख और बहराइच आबाद था हजारों मंदिर थे नाफ हिन्द के नाम से मशहूर था हजरत सालार मसूद गाजी रजि अल्लाह अन्ह को यहाँ की आब वा हवा बहुत पसंद आई और बहुत अच्छी शिकार गाह पाई इस लिये आप सतरिख मे मुकीम हो गए और एतराफ वा ज्वानिब मे फ़ौज भेजने का बन्दो बस्त फ़रमाया,
चुनानचे सालार सैफुद्दीन सर खुरू और सालार रज्जब को दो दस्ते फ़ौज के देकर बहराइच की तरफ रवाना किया और सालार रज्जब के बेटे को जो बहुत हिम्मत वा सजाअत मे अपने बाप ही की तरह थे सालार रज्जब की जगह अपने लश्कर का कोतवाल मुकर्रर किया जब ये दोनों अफसर बहराइच आये तो गलबा ना पर करके शख्त घबराये और हजरत सालार मसूद को इत्तेला दी हजरत ने सिधुर के चौधरी तमाश को और अमेठी के चौधरी नरहर को बुलाया और इरशाद फ़रमाया कि तुम लोग अच्छी तरह खेती करो और जिस चीज की जरुरत हो हमसे लो फिलहाल कुछ नगद पैसे भी ले जाओ और जहाँ तक हो सके ग़ल्ला इकठ्ठा करके बहराइच पहुचाओ सभी ने अर्ज किया हुजूर हम पहले ग़ल्ला लाएंगे फिर रुपया पैसा ले लेंगे हजरत ने इतर वा पान खलअत वा इनाम देकर रुख़सत फ़रमाया और अमीर हसन अरब को महुबा जिला बाँदा यूपी मीर सय्यद अली अल मार्रुफ सय्यद अजलूद्दीन उर्फ लाल पीर को गोपा मऊ. मुल्क फजल को बनारस. मुल्क अब्दुर्राहमान को भानकर. सुल्तान महि भख्तियार को कानोदर की जानिब फ़ौज के दस्ते देकर भेजा और नसीहत फरमाइ कि जहाँ कहीं जाना सबसे खलके मोहम्मदी से पेश आना गुमराहों को सिराते मुस्तकीम पर लाने की कोशिश करना, परचमे इस्लाम का सर बुलंद करना फिर हर एक को सीने से लगाकर जार जार रोने लगे फ़रमाया कि कहा सुना माफ करना जाओ अल्लाह तुम सब का हामी वा नासिर है और खुद आपने सतरिख का इन्तेजाम संभाला,
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Thanks for reading: राजाओं ने गाजी सरकार का सुवागत किया gazi Sarkar Ka Suwagat, Sorry, my Hindi is bad:)