हर किसी के फअल को अल्लाह बेहतर जानता है

हर किसी के फअल को अल्लाह बेहतर जानता है
Sakoonedil

 हर किसी के फअल को अल्लाह बेहतर जानता है

हर किसी के फअल को अल्लाह बेहतर जानता है



शैख़ सादी अपनी तहरीरो मे बयान फरमाते हैँ कि मैं अपने वालिद साहब के साथ एक सफर पर था हमें दौराने सफर एक शराय मे ठहरना पड़ा रात के वक़्त मेरे वालिद साहब ने मुझे तहज्जुद की नमाज के लिये उठाया मैंने उठकर वुजू किया और उसके बाद तहज्जुद की नमाज अदा की अब नमाज के बाद मेरे वालिद साहब दुरुद वजाइफ मे मशगूल हो गये और मैं फ़ारिग था मेरे दिल मे सराय मे सोये हुऐ दूसरे मुसाफिरों के बारे मे ख्याल आया कि ये सारे लोग किस कदर बेखबरी की नींद सोये हुऐ हैँ इनकी हालत मुर्दो जैसी है और अगर ये उठकर तहज्जुद ही अदा कर लेते तो किया हर्ज था मैंने अपना ये ख्याल वालिद साहब पर जाहिर कर दिया उन्होंने खुश गमीन निगाहों से मेरी तरफ तरफ देखते हुऐ फरमाया कि अगर तुमभी इन मुसाफिरों की तरह सोये रहते तो कितना बेहतर होता कियोकि ये सोये हुऐ मुसाफिर तुमसे कई गुना ज़ियादा बेहतर हैँ तुम जाग कर तहज्जुद पढ़ते हो मगर गीबत करके उनका सवाब जाया कर दिया जबकि जिन मुसाफिरों की तुमने गीबत की है वोह तुम्हारे तहज्जुद का सवाब भी ले गये,



अशरफुल मखलुकात बनने का राज


एक मर्तबा शैख़ सादी किसी जंगल से गुजर रहे थे उन्होंने देखा कि एक बुजुर्ग नूरानी चेहरे वाले एक भारी भरकम चीते पर सवार होकर आ रहे हैँ मैं उन बुजुर्ग को यूँ चीते पर सवार देखकर घबरा गया और एक तरफ द्रख्त के पीछे छिपने लगा मुझे उस बुजुर्ग ने अवाज देकर बुलाया और कहा आये चीते से डरने वाले तू इस जानवर से मत ड़र बल्कि खुदा से ड़र कियोकि अगर इन्सान खुदा के एहकाम की पाबन्दी करे तो ये चीता भी उस शख्स के हुकुम की पाबन्दी करेगा और मुझे ये मुकाम सिर्फ खुदा के हुक्म की पाबन्दी से मिला है ये चीता अपने आप मेरे सामने सर नीचे करके चल रहा है और मैं इसपर सधाएं हुऐ घोड़े के मानिंद सवारी कर रहा हू


शैख़ सादी फरमाते हैँ कि ये बात वाक़ई सच है कि अल्लाह ताला ने इन्सान को अशरफुल मखलुकात बनाया है और जब ये मखलुकात मे अशरफ खुदा का कामिल बन्दा बन जाये और उसके एहकाम पर मुकम्मल तौर पर अमल करने लग जाये तो फिर खुदा वन्द आलम उसके सामने कैनात आलम के हर जानदार को मुसाखर कर देगा और उसको इंसानों मे भी काबिले कद्र निगाहों से देखा जायेगा और हैवान भी उसके सामने अपनी गर्दने झुका लेंगे लेकिन हक बन्दगी उस तरह अदा हो जिस तरह अदा करने का हुकुम है फिर ये खूबया अल्लाह पैदा करता है,,,

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Thanks for reading: हर किसी के फअल को अल्लाह बेहतर जानता है, Sorry, my Hindi is bad:)

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