बीवी की कड़वी बातें बर्दास्त करने का अजर
Islamic short storiesएक मर्तबा शैख़ अल रईस बो अली सीना आपकी खिदमत मे हाजिर हुऐ आप उस वक़्त घरपर ना थे उन्होंने आपकी बीवी से आपके बारे मे पूछा हजरत अबुल हसन की बीवी ने कहा तुम लोग कितने बेवकूफ हो कि एक झूठे मक्कार आदमी को वली समझ कर अपना वक़्त बर्बाद कर रहे हो जिस शख्स को तुम वली समझते हो वोह इस वक़्त मेरे लिये जंगल से लकड़ियां लेने गया हुआ है,
बू अली सीना जंगल की तरफ चले गये रास्ते मे उन्होंने देखा कि हजरत अबुल हसन लकड़ियों का गठ्ठा शेर पर लाद कर आ रहे हैँ वोह बड़े हैरान हुऐ और डर के मारे एक ड्रख के पीछे छिप गये करीब आकर हजरत अबुल हसन ने पुकारा बो अली सीना सामने आजाओ और शेर से मत डरो अब तो बो अली सीना और हैरान हुऐ और अर्ज की हजरत मेरा नाम आपको कैसे मालूम हो गया फरमाया अल्लाह ने मेरे दिल को रोशन कर दिया है इस लिये वोह सब बातें मेरे दिल मे डाल देता है फिर बो अली सीना ने आपको आपके घर का किस्सा और आपकी बीवी के आपके मुतालिक ख्यालात बताये और अर्ज की कि हजरत आप इतने बड़े वली हैँ और आपकी बीवी इतनी बड़ी गुस्ताख ?,
आपने फरमाया बो अली सीना देखो इन्सान को औकात मे रखने के लिये उनकी बीवियों को ऐसे ही बातें करनी चाहिये मेरी बीवी एक सादह लोह बकरी की मानिंद है मैं उसकी सादह लोही को बर्दास्त करता हूँ और इसी तहम्मूल और कुंववाते बर्दास्त का नतीजा है कि मैंने इस शेर को काबू कर रखा है फिर आपने फरमाया कि एक दिन मेरी बीवी ने मुझसे कहा कि अगर तुम मुझे हवा मे परिंदो के मानिंद उड़ कर दिखाओ तब मैं तुम्हें मानूंगी मैंने उसे उड़ कर दिखाया मगर वोह बोली तुम उड़ते तो हो मगर तुम्हारी उड़ान परिंदो की तरह ना थी इस लिये मैं तुम्हारी विलायत को नहीं मानती,,,
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Thanks for reading: बीवी की कड़वी बातें बर्दास्त करने का अजर, Sorry, my Hindi is bad:)