हजरत अबुल हसन खुरकानी के बेटे का क़त्ल
हजरत अबुल हसन खुरकानी को बैगन बहुत ज़ियादा पसंद थे मगर आपने नफ़्स कसी की वजा से 40 साल तक बैगन ना खाये ताकी अल्लाह ये ना समझे कि मोहब्बत मेरे साथ करता है और अदना सी चीज बैगन खाने पर मजबूर है एक रोज आपकी वालदा ने आपसे कहा अबुल हसन तुम्हें बैगन इतने पसंद हैँ तो एक मर्तबा मेरे कहने पर खालो आपने वालदा के हुकुम की तामील की और बैगन खा लिये अगले रोज आपको कसफ के जरिये मालूम हुआ कि जंगल मे डाकुओ ने एक काफिले को लूट लिया है और सारे लोगों को कतल कर दिया है आपने ये बात अपनी बीवी को बताई तो उसने हस्बे मामूल आपसे कहा कि आपका तो दिमाग़ चल गया है यहाँ घरमे बैठे हुऐ आपको काफिला कैसे नजर आगया हालांकि जंगल यहाँ से कोसों दूर है आप उसकी बातें सुनकर खामोश हो गये,
अगली रात हजरत इबादत मे मशगूल थे कि आपकी बीवी को किसी ने आकर बताया कि किसी ने आपके बेटे को कतल कर दिया है और उसका सर दरवाजे पर लटका रखा है आपकी बीवी ने रोना पीटना शुरू कर दिया और ताने देने लगी देखो इस मक्कार वली को जिसको जंगल मे काफिला लुटता नजर आगया और अपना बेटा कतल होता हुआ नजर ना आया इस झूठे शख्स को जमाना ना जाने कियों पीर वा मुर्शिद मानता है लोगों को इसने बेवकूफ बनाया हुआ है हजरत अबुल हसन ने बेटे को खून मे लटपट देखा तो उन्हें भी बहुत तकलीफ हुई फौरन अपनी माँ की खिदमत मे पहुचे और अर्ज की आये वालदा मोहतरमा आपके हुकुम पर अपनी खुवाहिश के खिलाफ मैंने बैगन खाकर खुदा की मोहब्बत मे गुस्ताखी करली है जिसकी मुझे ये सजा मिली कि मेरा बेटा क़त्ल हो गया मगर मुझे पता तक ना चला आपकी वालदा भी बहुत गमगीन हुई और अल्लाह के आगे रोने लगी अल्लाह पाक गलती मेरी थी और सजा मेरे पोते को मिली अब तू मुझे माफ करदे और मेरे अबुल हसन को जो कशफी कुव्वत तूने अता कर रखी थी वोह वापिस देदे अबुल हसन खुरकानी ने भी गिड़गिड़ा कर खुदा से मुआफिया मांगी अल्लाह ताला ने आपको फिर वही लताफत अता कर दिये,,,
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Thanks for reading: हजरत अबुल हसन खुरकानी के बेटे का क़त्ल , Sorry, my Hindi is bad:)